रविवार, 2 नवंबर 2014

हुदहुद से निपटने को जारी है सेनाआें का राहत अभियान और नौसेना के सामरिक ठिकानों को भी हुआ नुकसान

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली

च्रकवाती तूफान हुदहुद अब धीरे-धीरे कमजोर पड़ने लगा है। अभी यह छत्तीसगढ़ और उसके आसपास दक्षिणी ओडिशा के ऊपर केंद्रित है लेकिन इसके बावजूद सोमवार की मध्य रात्रि तक हुदहुद से विशाखापट्टनम और उसके आस-पास के क्षेत्रों में रूक-रूक कर बारिश हो सकती है और 30 से 40 किमी.प्रति घंटे के हिसाब से हवाएं चल सकती हैं। रक्षा मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक सशस्त्र सेनाआें के अलावा, राष्टÑीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीआरएफ) तूफान प्रभावित इलाकों में हर संभव मदद पहुंचाने के लिए व्यापक राहत एवं बचाव अभियान चला रही हैं। नौसेना इस पूरी कवायद में प्रमुख एजेंसी है और उसने आॅपरेशन लहर नामक अभियान के जरिए प्रभावित इलाकों में मदद पहुंचा रही है। विशाखापट्टनम स्थित नौसेना की पूर्वी कमांड पूरी तरह से समर्पित है। नौसेना के जंगी जहाज आईएनएस रंजीत, शक्ति, शिवालिक, ऐरावत आपदा में मदद पहुंचाने के लिए अनिवार्य राहत सामग्री और 5 हजार कर्मियों के साथ तैयार खड़ें हैं।

इसके अलावा 4 अन्य जहाजों को भी आपात स्थिति में मदद पहुंचाने के लिए तैनात किया गया है। 2 डार्नियर विमान, 6 हेलिकॉप्टर, 1 पी8आई विमान आपदा की स्थिति में राहत पहुंचाने को बिलकुल मुस्तैद हैं। इसके अलावा एक पी 8 आई को राजाली और 1 डार्नियर विमान को नौसैन्य अड्डे डेगा से नुकसान का आकलन करने के लिए भेजा गया है। नौसेना के गोताखोरों के 24 दलों को श्रीकाकुलम, अंकप्पाली, विशाखापट्टनम के आसपास तैनात किया गया है। इसके अलावा एनडीआरएफ 250 और सेना के 300 जवानों को विशाखापट्टनम के ईदगिर्द तैनात किया गया है। वायुसेना के 2 एएन-32 परिवहन विमान राहत अभियान में जुटे हैं। इसके अलावा मंगलवार सुबह 2 और एएन-32 विमान दिल्ली से हैदराबाद के लिए उड़ान भरेंगे। रात में यह हैदराबाद में रूकेंगे और फिर बुधवार सुबह हैदराबाद से विजयवाड़ा और विशाखापट्टनम के लिए उड़ान भरेंगे और वहां राहत
अभियान में जुटेंगे। सोमवार को वायुसेना के हिंडन हवाईअड्डे से 1 सी-130जे सुपर हरक्युर्लिस विमान से उड़ान भरी और च्रकवात प्रभावित इलाके में हुए नुकसान का हवाई सर्वेक्षण किया है। वायुसेना के 3 चेतक, 4 मी-17वी5 हेलिकॉप्टर विशाखापट्टनम में तैनात हैं। 1 मी-17वी5 राजमुंद्री और विशाखापट्टनम के बीच राहत अभियान चलाएगा और 1 मी-17वी5 भुवनेश्वर में आपात स्थिति के लिए तैनात किया गया है।

नौसेना के सामरिक ठिकानों को भी हुआ नुकसान
हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली

रविवार सुबह देश के पूर्वी तट से टकराए चक्रवाती तूफान हुदहुद से नौसेना के सामरिक ठिकानों को भी नुकसान पहुंचाया है। एक ओर नौसेना जहां हुदहुद से निपटने के लिए जोरशोर से राहत एवं बचाव अभियान चलाए हुए है। वहीं दूसरी और तूफान ने उसके सामरिक ठिकानों को भी नुकसान पहुंचाया है। विशाखापट्टनम नौसैन्य अड्डे के भीतर 40 फीसदी पेड़ तूफान के साथ आयी तेज हवाओं की वजह से उखड़ गए और डॉलफिन हिल स्थित नौसैन्य साजो-सामान को भी नुकसान पहुंचा है।

रक्षा मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक विशाखापट्टनम नौसैन्य अड्डे को हुदहुद तूफान से हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए अधिकारी और जवान कार्य कर रहे हैं। नौसेना डाकयार्ड को कम क्षति पहुंची है। लगातार प्रयासों के कारण नौसेना के आईएनएस डेगा हवाई अड्डे की एयरफील्ड के दोनों रनवे को सोमवार को दुरूस्त कर दिया गया है। नौसेना क्षेत्र में लगभग 60 फीसदी पेड़ उखड़ गए हैं, जिससे लगभग सभी सड़कें अवरूद्ध हो गई हैं। इसके अलावा ट्राशमीशन लाइनों और संचार व्यवस्था को नुकसान पहुंचने से बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई है। मेरिटाइम आपरेशंस सेंटर विशाखापट्टनम के साथ दिल्ली के संचार केंद्र का संपर्क स्थापित किया गया है।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें