शनिवार, 22 नवंबर 2014

छोटी नौकाओं को पकड़ने की चुनौती बरकरार?

कविता जोशी.नई दिल्ली

26 नवंबर 2008 को पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों द्वारा मुंबई पर किए गए आतंकी हमले के करीब 6 साल बीत जाने के बाद भी केंद्र की तटीय सुरक्षा को चाक-चौबंद करने की पहल खासी रंग लाती हुई दिखाई नहीं पड़ती। उस समय आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार 20 मीटर से छोटे आकार की नौकाआें को दूर समुद्र में टैक करने यानि पकड़ने की तकनीक से आज भी हम कोसो दूर हैं। यहां इस मुद्दे पर चर्चा इसलिए जरूरी हो जाती है क्योंकि रविवार को गुडगांव में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर नौसेना के सूचना प्रबंधन विश्लेषण केंद्र (आईएमएंडएसी) का उद्घघाटन करेंगे जिसमें भी 20 मीटर से छोटी आकार की नौकाओं को पकड़ने की क्षमता नहीं है। 2008 में मुंबई पर हुए आतंकी हमले में लगभग 164 लोगों की जान गई और 600 के करीब लोग घायल हुए थे। हमले के पीछे लश्करे तैयबा संगठन का हाथ था। हमले के बाद एकमात्र जीवित आतंकी अजमल आमिर कसाब को फांसी पर लटकाया जा चुका है।

नौसेना ने माना चुनौती
आईएमएंडएसी को लेकर यहां शुक्रवार को रक्षा मंत्रालय में आयोजित एक अनौपचारिक पत्रकार वार्ता में नौसेना के अस्सिटेंट चीफ आॅफ नेवल स्टाफ(कम्युनिकेशन, स्पेस, नेटवर्क सेंट्रिक आॅपरेशंस) रियर एडमिरल के.के.पांडे ने संवाददाताआें के सवाल के जवाब में कहा कि इस केंद्र की मदद से समुद्र में घूमने वाले बड़े जहाजों की गतिविधियों की जानकारी को आसानी से एकत्रित किया जा सकेगा। लेकिन 20 मीटर से छोटी आकार वाली नौकाओं को इस सिस्टम के जरिए पकड़ना असंभव है। यह मुद्दा हमारे लिए आज भी चुनौती बना हुआ है।

तटरक्षक-बल ने भी खड़े किए हाथ
तटीय सुरक्षा की जिम्मेदारी नौसेना और तटरक्षक-बल दोनों की है। लेकिन मुंबई आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार 20मी. से छोटे आकार की नौकाआें को हमारे तटों की ओर बढ़ते वक्त रोकना फिलहाल टेढ़ी खीर बना हुआ है। तटरक्षक-बल इसके लिए एक प्रायोगिक परियोजना पर काम कर रहा है, लेकिन अभी वो धरातल पर नहीं उतरी है। कुछ समय पहले तटरक्षकबल के महानिदेशक अनुराग जी थपलियाल ने भी कहा था कि 20 मीटर से छोटे आकार की नौकाआें को पकड़ने के लिए हम एक परियोजना पर काम कर रहे हैं। यह बेहद मुश्किल कार्य है कि ऐसी नौकाआें को पकड़ने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किया जाए जिनमें आटोमैटिक आईडेंटिफिकेशन सिस्टम (एआईएस) तक लगे हुए नहीं होते हैं। गौरतलब है कि एआईएस से लैस किसी नौका को तटीय रडॉरों की मदद से आसानी से पकड़ा जा सकता है।

भारत की लंबी तटरेखा
भारत की 7 हजार 516.16 किमी. लंबी तटरेखा है जो कि पूर्व में बंगाल की खाड़ी, दक्षिण में हिंद महासागर और पश्चिम में अरब सागर से लगती है। तट रेखा के दायरे में देश की पूर्वी ओर पश्चिमी सीमा मिलाकर कुल 9 राज्य और 4 केंद्रशासित प्रदेश आते हैं। इसमें गुजरात, महाराष्ट, गोवा, कर्नाटक, केरल,तमिलनाडु, आंध्र-प्रदेश, पश्चिम-बंगाल और दमन और दीव, लक्षद्वीप, पुड्डुचेरी, अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह शामिल है।

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