रविवार, 30 नवंबर 2014

द.कश्मीर और आईबी आतंकियों के निशाने पर!

कविता जोशी.नई दिल्ली

जम्मू-कश्मीर में पहले चरण का मतदान हो चुका है, जिसमें आम कश्मीरियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। मतदान का आंकड़ा सूबे के इतिहास में पहली बार 71 फीसदी के पार जा पहुंचा। इससे सबसे ज्यादा खीजे हुए आतंकियों का चुनाव के दौरान सूबे की शांति भंग करने के लिए द.कश्मीर और आईबी को अपना नया टारगेट बना लिया है। यह वो दोनों इलाके हैं जहां बाकी बचे चरणों में मतदान होना है। खुफिया ब्यूरो के सूत्रों के अनुसार उत्तरी कश्मीर की ज्यादातर सीटों पर पहले चरण में मतदान हो चुका है और इनसे जुड़े ज्यादातर रास्ते बर्फ की मोटी चादरों से ढक चुके हैं। द.कश्मीर और आईबी में मोटी बर्फ नवंबर के अंत और दिसंबर तक पड़ती है। इसलिए अब आतंकवादियों का अगला टारगेट द.कश्मीर से लेकर अंतरराष्टीय सीमा (आईबी) बन गया है। इसकी बानगी आतंकियों ने गुरुवार को आईबी पर अरनिया में बीएसएफ की पिंड़ी पोस्ट पर कब्जा करके पेश भी कर दी है। इसका इशारा बिलकुल साफ है कि आने वाले दिन भी शांति से भरे नहीं रहने वाले हैं।

हरिभूमि की पड़ताल में मिली जानकारी के मुताबिक राज्य में 2, 9, 14 और 20 दिसंबर को वोट डाले जाने हैं, जिनमें दौरान द.कश्मीर से लेकर आईबी के ज्यादातर संवेदनशील इलाकों में मतदान होगा। खास बात यह है यह इलाके राजधानी श्रीनगर से सटे हुए हैं। ऐसे में यहां किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम देंगे तो उसका सीधा संदेश देश की राजधानी दिल्ली तक जाएगा। सेना ने सूत्रों ने कहा कि आगामी चरणों में द.कश्मीर की बारामुला, कुपवाड़ा, श्रीनगर जिला, गांदरबल, शोपियां, बड़गाम, पुलवामा, कुलगाम, बांदीपुरा, अंनतनाग, पूंछ, राजौरी के अलावा आईबी के सांबा व अन्य संवदेनशील जगहों पर मतदान होगा। यह इलाके जनसंख्या और संचार साधनों के मामले में संपन्न होने के अलावा उग्रवाद से सर्वाधिक प्रभावित भी माने जाते हैं। यहां आतंकी वारदात बड़े नुकसान का कारण बन सकती है। सेना के सामने चुनौती ज्यादा बढ़ जाती है क्योंकि इनमें अंनतनाग, अवंतीपुर, तराल जैसे इलाकों में अलगाववादियों का भी अच्छा-खासा प्रभाव है। चुनाव प्रभावित करने के लिए अलगाववादी हिंसक घटनाआें को हवा देने में पीछे नहीं रहेंगे।

आंकड़ों के हिसाब से राज्य में नवंबर महीने में आतंकी हिंसा की कुल 6 घटनाएं हो चुकी हैं जबकि सालभर के दौरान ऐसी 52 घटनाएं हुई हैं। जम्मू-कश्मीर में 10 हजार 15 पोलिंग स्टेशन हैं। 2 दिसंबर को दूसरे चरण में पूंछ, केरन, हंडवाड़ा, मेंढर, उधमपुर, सुरनकोट, कुलगाम जैसे संवेदनशील इलाकों में वोट डाले जाएंगे। 9 दिसंबर को तीसरे चरण में उरी, सौपोर, बारामूला, बड़गाम, तराल, पुलवामा, गुलमर्ग शामिल हैं, 14 दिसंबर चौथे चरण में अंनतनाग, शोपिया, सांबा, विजयनगर, सोनावर, बटमालू, हजरतबल, 20 दिसंबर यानि पांचवे चरण में हीरानगर (जम्मू), कठुआ, आर.एस.पुरा (जम्मू), नगरोटा, अखनुर (जम्मू), जम्मू पूर्व-पश्चिम शामिल है।

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