रविवार, 2 नवंबर 2014

सीमापार गोलीबारी से निपटने की ठोस रणनीति पर चर्चा करेंगे पीएम!

कविता जोशी.नई दिल्ली

पाकिस्तान की ओर से भारत-पाक नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्टÑीय सीमा (आईबी) पर चंद दिनों की खामोशी के बाद शनिवार रात से फिर से गोलीबारी की जा रही है। इसमें एक चौंकाने वाला तथ्य यह है कि पाकिस्तान की ओर से फिर से गोलीबारी की शुरूआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रविवार को प्रस्तावित लद्दाख यात्रा से ठीक ऐन पहले की गई है। सीमा के उस पार दुश्मन का मकसद चाहे जो कुछ हो लेकिन यहां भारत में इस बात के साफ संकेत मिल रहे हैं कि अब पाकिस्तान द्वारा सीमा पर की गई किसी भी नादानी को बख्शा नहीं जाएगा। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीमा पर चल रही तनातनी पर पैनी नजर बनाए हुए हैं और जल्द ही वो इस मामले को लेकर तीनों सेनाप्रमुखों सहित रक्षा मंत्रालय के आला अधिकारियों के साथ व्यापक रणनीति बनाने के मुद्दे पर चर्चा करेंगे।

हरिभूमि को मिली जानकारी के मुताबिक 17 अक्टूबर यानि शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में सशस्त्र सेनाआें के संयुक्त कमांडर सम्मेलन होगा जिसका आगाज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन से होगा। इस अवसर पर रक्षा मंत्री अरुण जेटली, राष्टÑीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोवाल, थलसेना प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग, वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल अरुप राहा, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर.के.धोवन, रक्षा सचिव आर.के.माथुर समेत वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे। सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आईबी और एलओसी पर पाक सेना की ओर से लगातार जारी गोलीबारी के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा किए जाने की पूरी संभावना है। इसमें पीएम सेनाप्रमुख और सुरक्षा मामलों के रणनीतिकारों से इस मामले पर कारगर ढंग से निपटने को लेकर एक व्यापक रणनीति का ब्लूप्रिंट बनाने का निर्देंश दे सकते हैं। इस रणनीति के जरिए भविष्य में सीमा पर से पाकिस्ताान की किसी भी नापाक हरकत को लेकर उसे रणनीतिक से लेकर कूटनीतिक मोर्च पर करारी शिकश्त देने में आसानी होगी।

औपचारिक तौर पर इस सम्मेलन की शुरूआत सोमवार 13 अक्टूबर से हो जाएगी लेकिन इस दिन कार्यक्रम में केवल थलसेना के सैन्य कमांडर ही शिरकत करेंंगे। सम्मेलन का उद्दघाटन रक्षा मंत्री अरुण जेटली के संबोधन के साथ होगा। कार्यक्रम में रक्षा मंत्री के अलावा सेनाप्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग, सेना की विभिन्न कमांडों के प्रमुखों सहित रक्षा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे। सम्मेलन का समापन 17 अक्टूबर को होगा।

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