बुधवार, 5 नवंबर 2014

किससे बात करनी है पहले तय करे पाक: जेटली

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली

भारत द्वारा बीते सितंबर महीने में विदेश सचिव स्तर की वार्ता रद्द किए जाने से बौखलाए पाक को बुधवार को रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने दो टूक शब्दों में कहा कि पहले पाकिस्तान यह तय करे कि उसे किससे बात करनी है, भारत से या उन लोगों से जो देश तोड़ना चाहते हैं। यहां ‘भारत आर्थिक शिखर बैठक’ में अपने संबोधन में रक्षा मंत्री ने कहा कि भारत, पाकिस्तान के साथ बातचीत का इच्छुक है। हमने सितंबर में विदेश सचिव स्तर की बातचीत के लिए सहमति दी। हमारे अधिकारी पाकिस्तान जाने वाले थे लेकिन इसके ठीक कुछ घंटे पहले पाक के नई दिल्ली स्थित दूतावास में पाकिस्तानी उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कश्मीर के अलगाववादी नेताओं को बातचीत के लिए बुला लिया।

उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच बातचीत के इस सवाल को लेकर पाकिस्तान को एक लक्ष्मण रेखा खींचने की जरूरत है कि वो किससे बात करना चाहता है? जब तक पाकिस्तान इस बारे में कोई ठोस निर्णय नहीं करता है तब तक पाक के साथ कोई बातचीत संभव नहीं है। अगस्त में वार्ता से ऐन पहले कश्मीरी अलगाववादियों से बातचीत करने को लेकर भारत ने पाक के साथ बात करने से मना कर दिया था। पाक की ओर से नियंत्रण रेखा पर किया जाने वाला संघर्षविराम का उल्लंधन और सीमा से सटे सघन नागरिक आबादी वाले इलाकों में फायरिंग को लेकर जेटली ने कहा कि यह दुस्साहस पाकिस्तान के लिए भारी कीमत चुकाने वाला साबित होगा।

भारत, बातचीत का इच्छुक है जिसे लेकर तीन संदेश पाक को साफ तौर पर भेजे जा चुके हैं। इसमें पहला यह कि हम वार्ता करना चाहते हैं। इसलिए हमने उन्हें निमंत्रण भेजा है। दूसरा यह कि हमने वहां अपने विदेश सचिव को भेजा। अब यह उसे तय करना है कि वो हमसे बात करने को तैयार है या फिर उनसे जो देश तोड़ना चाहते हैं। तीसरा यह कि इस तरह की स्थिति को अंतरराष्टीय सीमा पर चलने नहीं दिया जा सकता। उन्होंने कहा कि भारत,रिश्तों को सामान्य बनाना चाहता है। लेकिन क्या पाकिस्तान संबंधों को सामान्य बनाने का इच्छुक है, यह पाक पर निर्भर करता है।

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