मंगलवार, 9 दिसंबर 2014

अंतिम चरण में जम्मू-कश्मीर में बढ़ेगी आतंकी घुसपैठ!

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली

जम्मू-कश्मीर में अब चौथे और पांचवे चरण को मिलाकर चुनाव के दो आखिरी चरण बचे हैं। राज्य में चुनावों के आगाज के साथ आतंकियों की घुसपैठ और हिंसा की घटनाआें का आगाज हो चुका है। लेकिन खुफिया ब्यूरो की हालिया रिपोर्ट की माने तो आने वाले दिनों में पाक के साथ जम्मू में लगने वाली अंतरराष्टीय सीमा (आईबी) और कश्मीर से लगी नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर आतंकवादियों की घुसपैठ की वारदातों में बढ़ोतरी हो सकती है। इसका मकसद चुनाव के दौरान बड़ी संख्या में आतंकी हिंसा की घटनाआें को अंजाम देकर सूबे का माहौल खराब करना है। इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा संख्या में आतंकियों का सीमा पार कराकर मतदान केंद्रों से लेकर अलग-अलग दलों के नेताआें की रैलियों में हिंसक वारदातों को अंजाम देना है। चौथे चरण का मतदान 14 दिसंबर और पांचवे व अंतिम चरण का मतदान 20 दिसंबर को होना है। चौथे चरण में अनंतनाग, शोपियां जैसे संवेदनशील इलाकों में वोट डाले जाएंगे और 20 तारीख को जम्मू से लगे ज्यादातर इलाकों में मतदान होगा।

रक्षा मंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि बीते अक्टूबर महीने से लेकर नवंबर तक जम्मू-कश्मीर में सीमा लांघने की कोशिश करने वाले 36 आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने मार गिराया। आंकड़ों के हिसाब से 65 बार आतंकियों ने इस दौरान सीमा पार करने की कोशिश की। आतंकियों द्वारा घुसपैठ के ज्यादातर प्रयास नियंत्रण रेखा के केरन और टूथमारी गली (समशाबारी रिज के उत्तर में स्थित) जैसी जगहों से किए गए। दोनों इलाके एलओसी से बेहद करीब हैं। इसके अलावा अंतरराष्टीय सीमा पर जम्मू, हीरानगर जैसे इलाकों से घुसपैठ की कोशिशें हुई। आने वाले दिनों में आतंकी घुसपैठ की घटनाआें में और इजाफा होने के संकेत मिले हैं।

थलसेना के सूत्रों का कहना है कि आतंकियों ने घुसपैठ के दौरान अपने पहनावे और हथियारों में काफी बदलाव किया है। इसमें आईईडी से लेकर जीपीएस, मल्टी लेयर विंटर क्लोदिंग का इस्तेमाल जैसे बदलाव किए गए हैं। आईईडी का वजन बढ़ाकर 8 किग्रा. कर दिया गया है। तीन चरणों वाले सर्दी के पहनावे का उपयोग किया जा रहा है। इसमें कंटीले तारों के बाड़ को पार करने के लिए खास किस्म के रबर पैडिंग का प्रयोग आतंकी कर रहे हैं। उधर इस वर्ष 2014 में नियंत्रण रेखा से लेकर अंतरराष्टीय सीमा पर पाक सेना ने करीब 555 बार संघर्षविराम समझौते का उल्लंधन कर भारतीय सेना की चौकियों पर गोलीबारी की। इसमें एलओसी पर 150 बार और आईबी पर 405 बार संघर्षविराम समझौते का उल्लंधन किया गया।

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