गुरुवार, 26 फ़रवरी 2015

छठी और बारहवीं कक्षा में पढ़ाई जाएगी ‘वीरगाथा’

कविता जोशी.नई दिल्ली

देश की मौजूदा और भावी पीढ़ियों की यादों में मातृभूमि के लिए अपना सर्वस्व न्यौच्छावर करने वाले अमर शहीदों की यादें ताजा रखने से जुड़े कार्य को पूरा करने के लिए केंद्र सरकार के तमाम मंत्रालयों ने युद्ध स्तर पर कामकाज शुरू कर दिया है। एक ओर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने वर्ष 1947 में मिली आजादी के बाद हुई लड़ाईयों से जुड़े देश के समृद्ध युद्ध इतिहास को संग्रहित कर आम जनता को जागरूक करने की योजना बनाई है तो दूसरी ओर मानव संसाधन विकास मंत्रालय स्कूली पाठ्यक्रम में वीरगाथा नामक पुस्तक को शामिल करने की दिशा में तेजी से अग्रसर है।

छठी और बारहवीं में पढ़ेंगे बच्चे वीरगाथा
रक्षा मंत्रालय के विश्वसनीय सूत्र ने हरिभूमि को बताया कि वीरगाथा नामक पुस्तक तैयार कराने के काम में मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने रक्षा मंत्रालय से मदद मांगी थी। क्योंकि युद्ध इतिहास और इससे जुड़े अन्य जरूरी प्रमाणिक दस्तावेजों का संग्रह रक्षा मंत्रालय के तहत काम करने वाले विभागों के ही पास होता है। वीरगाथा में आजादी के बाद लड़े गए युद्धों में शहीद हुए रणबाकुरों को शामिल किया जाना है, जिसका ड्राफ्ट बनाकर रक्षा मंत्रालय ने केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) को भेज दिया है। जल्द ही सीबीएसई इस ड्राफ्ट को किताब की शक्लो-सूरत में तब्दील कर देगा।

दो भागों में होगी वीरगाथा
‘वीरगाथा’ टाइटल से तैयार की जा रही इस पुस्तक को दो भागों में तैयार किया जा रहा है। एक भाग में थलसेना के बारे में तथ्यागत जानकारी बच्चों को दी जाएगी और दूसरे भाग में युद्ध योद्धाओं (वॉर हीरोज) के बारे में बताया जाएगा। दूसरे भाग में करीब 30 वॉर हीरोज के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। किताब के एक भाग को छठी कक्षा और दूसरे भाग को बारहवीं कक्षा के बच्चों के लिए बनाया जा रहा है। पहले भाग में सेना में प्रयोग की जाने वाली रैंकों, सैन्य कोरों और डिवीजनों के बारे में बच्चों को जानकारी दी जाएगी।

अगले शैक्षणिक सत्र में लागू होगी
मौजूदा साल में नया शैक्षणिक सत्र शुरू होने में अब लगभग डेढ़ महीने का वक्त ही शेष रह गया है। इसलिए एचआरडी मंत्रालय की योजना है कि इस पुस्तक को स्कूली पाठ्यक्रम में अगले शैक्षणिक सत्र 2016 से शामिल किया जाएगा। हां इतना जरूर है कि सीबीएसई ने इसे तैयार करवाने की कवायद शुरू कर दी है।

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