गुरुवार, 26 फ़रवरी 2015

ईशान विकास छात्रवृति से होगा पूर्वोत्तरी छात्रों का ज्ञानवर्धन

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से पूर्वोत्तर के छात्रों को गर्मियों-सर्दियों में देश के सुविख्यात तकनीकी शिक्षा संस्थानों में भ्रमण और इंटर्नशिप करने का अवसर दिया जाएगा। इसमें पूर्वोत्तर के 8 राज्यों के 96 स्कूली छात्रों को चयनित किया जाएगा। इसके पीछे मंत्रालय की योजना सुदूर उत्तर-पूर्व में पढ़ने वाले छात्रों को शिक्षा के माध्यम से देश के बाकी इलाकों से जोड़ने की है। मंत्रालय ने इसे इशान विकास छात्रवृति का नाम दिया है। यहां बुधवार को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित जवाब में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के 9वीं और 11वीं कक्षा के छात्रों को देश के 22 शीर्ष भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी), राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (एनआईटी) और इंडियन इंस्ट्टीट्यूट आॅफ साइंस एजूकेशन एंड रिसर्च (आईआईएसईआर) में बच्चे भ्रमण कर अपना ज्ञानवर्धन करेंगे। 32 छात्रों को मिलाकर तीन समुह बनाए जाएंगे। दो समुह गर्मियों में और एक समुह सर्दियों में इन तमाम संस्थानों के भ्रमण के लिए भेजा जाएगा।

इस छात्रवृति के तहत पूर्वाेत्तर के 8 राज्यों में एक स्कूल से 4 बच्चों को चयनित किया जाएगा। इसके हिसाब से 8 राज्यों के 8 स्कूलों के 32 बच्चे इस कार्य में शामिल किए जाएंगे। प्रत्येक स्कूल से एक शिक्षक बच्चों के साथ जाएगा यानि कुल 8 शिक्षक बच्चों के साथ इस प्रशिक्षण कार्य में शामिल रहेंगे।

 केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मंत्रालय की ओर से पूर्वोत्तर के इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए ईशान उदय नामक एक और छात्रवृति योजना की शुरूआत की गई है। इसमें छात्रों को गर्मियों में 7 हफ्तों का ईंटनशिप कराया जाएगा जिसमें 25 इंजीनियरिंग संस्थानों के करीब 250 छात्रों को 16 आईआईटी और 6 एनआईटी और आईआईएसईआर संस्थानों में भ्रमण करने और उनकी कार्यप्रणाली को जानने का मौका मिलेगा। ईशान विकास योजना के तहत अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) को गोवाहाटी आईआईटी के लिए 605.45 लाख रूपए जारी किए गए हैं।

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