टिट बिट;28 जनवरी
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी के यहां शास्त्री भवन स्थित कार्यालय की हरियाली लगता है भवन के चारों ओर सपरिवार मंडराने वाले बंदरों को कुछ रास नहीं आई और उन्होंने उसे मात्र दो दिनों में उजाड़ डाला। जी हां मंत्री जी ने अपने आफिस के बाहर कॉरिडोर में दोनों ओर बड़ी तादाद में कुछ दिन पहले हरियाली से सराबोर माहौल बनाए रखने के लिए गमले लगाए जिससे प्रकृति और उसके साक्षात दर्शन किए जा सके। बीच में दो दिन रविवार 25 जनवरी और उसके अगले दिन सोमवार 26 जनवरी को अवकाश पड़ गया। मानो यह दो दिन बंदरों की फौज के लिए किसी बेशकीमती मौके से कम ना रहे हो। वो कॉरिडोर में दाखिल हो गए और एक -एक पेड़ की मानो हजामत कर डाली। किसी को जड़ समेत निकाला तो किसी का टूक ही
तोड़ डाला। जहां मौका मिला वहां बस टूट पड़े। मंगलवार 27 जनवरी को कार्यालय की सफाई करने वाले कर्मचारियों ने जब यह नजारा देखा तो उनके होश उड़ गए। कुछ का कहना था कि पूरा एक डिब्बा भरकर कूड़ा साफ-सफाई के दौरान निकला है। बंदरों की तो तौबा सब चट कर गए। भवन के कॉरिडोर में बंदरों को भगाने के लिए लंगूर भी नहीं बिठाया जा सकता क्योंकि अगर ऐसा हुआ तो बगल में तैनात महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी जानवरों के अधिकारों के खिलाफ मोर्चा खोल लेंगी।
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