गुरुवार, 26 फ़रवरी 2015

जांच पूरी होने तक डीआईजी लोशाली गांधीनगर में रहेंगे

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली

गुजरात में पोरबंदर तट के निकट भारतीय जलसीमा में बीते वर्ष 31 दिसंबर की रात तटरक्षकबल द्वारा एक संदिग्ध पाकिस्तानी नौका में धमाके को लेकर पहले बयान देने और उसके बाद उसका खंडन करने वाले तटरक्षकबल के डीआईजी बी.के.लोशाली को तटरक्षकबल के गांधीनगर मुख्यालय में भेज दिया गया। इससे पहले वो कोस्टगार्ड के सूरत स्थित मुख्यालय में तैनात थे।

रक्षा मंत्रालय के सूत्र ने कहा कि डीआईजी लोशाली के खिलाफ जांच यानि बोर्ड आॅफ इंक्वारी (बीओआई) की प्रक्रिया चल रही है, जिसके तहत अपनाए जाने वाले स्टैंडर्ड आॅपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) के तहत उन्हें उनकी वर्तमान नियुक्ति यानि सूरत से तटरक्षकबल के गांधीनगर मुख्यालय भेजा जा रहा है।

यहां जांच प्रक्रिया पूरी होने तक उनके पास तटरक्षकबल की कोई आधिकारिक जिम्मेदारी नहीं रहेगी।गौरतलब है कि बी.के.लोशाली का नाम इस प्रकरण में तब जोर-शोर से सामने आया था जब उन्होंने इस प्रकरण में एक समाचार पत्र को बताया था कि 31 दिसंबर की रात को संदिग्ध पाक नौका को उड़ाने का आदेश सुरक्षा एजेंसियों ने ही दिया था। उनके आदेश के बाद ही हमने उस नौका को उड़ा दिया।

हम उन्हें बिरयानी परोसना नहीं चाहते थे। लोशाली के इस बयान के बाद जब रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से इस बाबत बीते दिनों बेंगलुरु में हुए अंतरराष्ट्रीय वैमानिकी शो एरो इंडिया-2015 में पत्रकारों ने सवाल किए तो उन्होंने कहा था कि यह अनुशासहीनता का मामला है। हम जांच करेंगे और कार्रवाई करेंगे। रक्षा मंत्री ने कहा था कि डीआईजी ने खबर का खंडन कर दिया है। मैं तटरक्षबल की सफाई से संतुष्ट हूं। रक्षा मंत्रालय इस मामले में स्पष्ट बयान पहले ही जारी कर चुका है। हम अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा था कि हम जांच कराएंगे। यदि आरोप साबित हुए तो हम कार्रवाई करेंगे।

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