मंगलवार, 17 मार्च 2015

तटरक्षकबल के पश्चिमी तट पर एडीजी बसरा की नियुक्ति

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली

सरकार की ओर से नियुक्त तटरक्षक बल के पश्चिमी तट के अतिरिक्त महानिदेशक एस.पी.एस बसरा ने बुधवार को कार्यभार संभाल लिया है। उन्हें इंपेक्टर जनरल यानि आईजी के पद से प्रोन्नति देकर तटरक्षकबल का एडीजी, पश्चिमी तट बनाया गया है। तटरक्षकबल द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक मौजूदा परिदृश्य में तेजी से बढ़ रही सामुद्रिक चुनौतियों, तटीय सुरक्षा को मजबूत करने, समुद्री गश्त और निगरानी बढ़ाने, प्रदूषण से जुड़े मामलों में कार्रवाई करने, तटीय सुरक्षा तंत्र के बीच समन्वय स्थापित करने के अलावा भारत के इस तट के आस-पास मौजूद विशिष्ट आर्थिक जोन (ईईजेड) की वृहद निगरानी के लिए इस नए पद का सृजन किया गया है। दूसरे अर्थों में समझे तो सरकार ने समूचे पश्चिमी-तट पर तटरक्षकबल द्वारा की जाने वाली सभी गतिविधियों-अभियानों की अध्यक्षता या जिम्मेदारी एडीजी बसरा को सौंपी है।

एडीजी (पश्चिम) बसरा तटरक्षकबल के इस क्षेत्र में पड़ने वाले तमाम अभियानों की निगरानी करेंगे। बल के पश्चिमी क्षेत्र में महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल जैसे राज्य और एल और एम द्वीप भी शामिल होंगे। इसके अलावा तटरक्षकबल के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में समुद्र से लगे राज्य गुजरात, दमन और दीव की जिम्मेदारी भी एडीजी बसरा संभालेंगे।

गौरतलब है कि बीते वर्ष 31 दिसंबर की देर रात गुजरात तट से करीब 350 किमी. दूर समुद्र में विस्फोस्कों से लदी एक संदिग्ध पाकिस्तानी नौका को पकड़ने और नौका में सवार लोगों द्वारा खुद को विस्फोटकों से उड़ा लेने के मामले में तटरक्षकबल के डीआईजी बी.के.लोशाली जांच का सामना कर रहे हैं। इस अभियान के दौरान उनकी तैनाती तटरक्षकबल के डीआईजी के तौर पर सूरत में थी। लेकिन इस अभियान के कुछ दिन बाद आए उनके विवादित बयान के तुरंत बाद उनका स्थानांतरण तटरक्षकबल के गांधीनगर मुख्यालय में कर दिया गया था। जांच रिपोर्ट आने तक डीआईजी लोशाली वहीं तैनात रहेंगे। अपने बयान में डीआईजी लोशाली ने कहा था कि संदिग्ध पाक नौका को तटरक्षबल द्वारा ही धमाका कर उड़ाया गया। इस बयान के बाद पाकिस्ताान ने भारत की कड़ी आलोचना की थी। साथ ही अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी इस बयान से भारत की छवि को गहरा आघात पहुंचा था।

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