शुक्रवार, 3 अप्रैल 2015

डीएसी ने दी 8 हजार 365 करोड़ रूपए के रक्षा सौदों को मंजूरी

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली
रक्षा अधिग्रहण परिषद (डीएसी) की शनिवार को हुई बैठक में 8 हजार 365 करोड़ रूपए के रक्षा सौदों को मंजूरी दी गई। इसमें सबसे बड़ा प्रस्ताव वायुसेना के लिए 2 अवॉक्स टोही विमान ए-330 (एवॉक्स) की खरीद का था जिसे मंजूरी दी गई। इस प्रस्ताव की कुल लागत 5 हजार 113 करोड़ रूपए है। वायुसेना के लिए कुल 6 अवॉक्स टोही ए-330 खरीदे जाएंगे। करीब दो घंटे तक चली यह डीएसी की बैठक सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे शुरू हुई, जिसकी अध्यक्षता रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने की। बैठक में नौसेनाप्रमुख एडमिरल आर.के.धोवन, वायुसेनाध्यक्ष एयरचीफ मार्शल अरुप राहा, रक्षा सचिव आर.के.माथुर समेत मंत्रालय के तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

बैठक के बाद रक्षा मंत्री शाम को अपने तीन दिवसीय जापान दौरे पर रवाना हो जाएंगे। रक्षा मंत्रालय के उच्चपदस्थ सूत्रों ने कहा कि बैठक में थलसेना के लिए जमीनी बारूदी सुरंगें हटाने वाले ट्रैक माउंटेड लिफटेड डिवाइस (माइन प्लाऊ) की खरीद के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी गई है। कुल 1 हजार 512 डिवाइस खरीदे जाएंगे जिनकी कुल लागत 710 करोड़ रूपए होगी। यहां बता दें कि अभी तक बीईएमएल से बॉय एंड मेक श्रेणी के तहत इनकी खरीद की जाती थी। लेकिन इस बार मेक इन इंडिया अभियान के तहत इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाए जाने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।

सेना के एक अन्य प्रस्ताव को भी बैठक में मंजूर किया गया है, जिसमें बीईएल द्वारा 30 वैपन लोकेटिंग रडॉर ‘स्वाति’ बनाएगा। इनकी कुल कीमत 1 हजार 605 करोड़ रूपए होगी। भारी वाहनों पर इस रडॉर सिस्टम को लगाया जाएगा। डीएसी ने सेना के लिए 24 करोड़ रूपए की लागत वाले ट्रक माउंटेड लिफटेड डिवाइस (टीएमएलडी) की खरीद के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। यह कुल 220 डिवाइस खरीदे जाएंगे। यहां बता दें कि यह डिवाइस लगभग 1 टन वजनी भार तक उठा सकेगा। डीएसी की बैठक में नौसेना के लिए 22 हारपून (एचडीडब्ल्यू) मिसाइलों की खरीद के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दी गई। इस प्रोजेक्ट की कुल कीमत 913 करोड़ रूपए है। डीएसी ने मिसाइलों की खरीद से जुड़े आॅफसेट संबंधी दिशानिर्देंश को भी स्वीकृति दे दी है।

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