शुक्रवार, 15 मई 2015

उन्नत मिराज विमान ग्वालियर बेस पर पहुंचेंगे आज

हरिभूमि ब्यूरो.नई दिल्ली
फ्रांस द्वारा उन्नत किए गए 2 मिराज-2000 लड़ाकू विमान शुक्रवार को अपने आधिकारिक वायुसैनिक अड्डे ग्वालियर पहुंचेंगे। अभी यह दोनों विमानगुजरात के जामनगर वायुसैनिक अड्डे पर हैं। यहां राजधानी में मौजूद वायुसेना के सूत्रों ने कहा कि 17 अप्रैल को इन दोनों विमानों ने फ्रांस से भारत पहुंचने की यात्रा की शुरूआत की थी।

सात दिन में पहुंचे भारत
भारत पहुंचने में दोनों को सात दिन का समय लगा। उड़ान के दौरान दोनों विमान ग्रीस, इजिप्ट और कतर होते हुए 22 अप्रैल को गुजरात के जामनगर वायुसैनिक अड्डे पर पहुंचे। यहां से यह दोनों अपनी ग्वालियर यात्रा की शुरूआत करेंगे। यहां बता दें कि मिराज-2000 विमानों की आधिकारिक तैनाती वायुसेना के ग्वालियर एयरबेस पर ही है। यही से देश के भीतर और बाहर अपनी तमाम आॅपरेशनल-सामरिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं।

उड़ान को लेकर विमानों का अच्छा रिकॉर्ड
मिराज-2000 विमान वायुसेना में 1980 के दशक में शामिल हुए थे। तब से इनका उड़ान और सुरक्षा का रिकॉर्ड अच्छा रहा है। वर्ष 2012 में मिराज विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की दूसरी घटना हुई थी। पहला हादसा 30 जनवरी 2012 को चेन्नई में हुआ था। भारत ने फ्रांसीसी कंपनियों से मिराज विमानों के उन्नतीकरण के लिए दो सौदे किए थे। इसमें क रीब 3.2 अरब में विमानों का अपग्रेडेशन किया जाना शामिल है।

विमानों बने आधुनिक-तकनीक संपन्न
दोनों विमानों के उन्नतीकरण का कार्य फ्रांस में थेल्स एयरोपोटर्स सिस्टम्स एंड डेसाल्ट एवीऐशन ने मिलकर किया है। इसमें विमान में लगी तमाम सामग्री को आधुनिक्ता प्रदान की गई है। हथियार प्रणाली दुरुस्त की गई है। अब विमान मारक क्षमता व आधुनिक्ता के लिहाज से पहले से ज्यादा उन्नत हो गया है। आंकड़ों के हिसाब से कुल 43 मिराज विमान हो सकते हैं।

दो और विमान एचएएल में होंगे उन्नत
वायुसेना ने शुरूआत में दो विमानों का उन्न्नतीकरण फ्रांस में कराया है। यह दोनों विमान अपने तय समय से भारत पहुंचे हैं। अब दो और मिराज विमानों को यहां भारत में हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) में फ्रांसीसी कंपनियों की निगरानी (ओईएम, ओरिजनल इक्यूपमेंट मैन्युफैक्चर) में उन्नत किया जा रहा है। इस कार्य के पूरा होने के बाद एचएएल बिना मिराज विमान निर्माता कंपनियों की निगरानी के विमानों का उन्नतीकरण कार्य करेगी।

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